प्रश्न क्र. : 1
जीवन की सार्थकता का प्रतिपादन तुलसीदास जी श्रीराम के प्रति किए गए समर्पण में ही मानते हैं। अपने शब्दों में समझाइए।
प्रश्न क्र. : 2
विनय के पदों में कुछ अर्न्तकथाएँ छुपी हैं। किसी एक अर्न्तकथा को लिखिए।
प्रश्न क्र. : 3
तुलसीदास जी द्वारा रचित रामचरित मानस ग्रन्थ से कोई एक दोहा एवं चौपाई लिखिए।
प्रश्न क्र. : 4
तुलसीदास जी राम भक्ति शाखा के कवि हैं, यह शाखा किस भक्ति धारा के अन्तर्गत है? एवं इस भक्ति-धारा के कोई तीन कवियों के नाम उनकी रचनाओं सहित लिखिए।
प्रश्न क्र. : 5
‘विनय के पद’ में द्वितीय पद ‘जब जागे तभी सबेरा’ की भावना से परिपूर्ण है, इससे आप क्या समझते हैं, लिखिए।
प्रश्न क्र. : 6
रामराज्य के माध्यम से आदर्श राज्य की स्थापना तुलसीदास जी के काव्य का प्रमुख उद्देश्य है , इस अपने शब्दों में समझाते हुये वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इसकी उपयोगिता लिखिए ।
प्रश्न क्र. : 7
हमें अपनी इंद्रियों को अपने वश में रखना चाहिए विषय पर संक्षिप्त लेख लिखिए ।
प्रश्न क्र. : 8
निम्नलिखित अपठित पद्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
तुम युवक हो, काल को भी काल से दिखते रहे हो,
देश का सौभाग्य, अपने खून से लिखते रहे हो।
ज्वाल की, भूचाल की साकार परिभाषा तुम्हीं हो,
देश की समृद्धि की सबसे प्रबल आशा तुम्हीं हो।
ठान लोगे तुम अगर, युग को नई तस्वीर दोगे,
गर्जना से, शत्रुओं के तुम कलेजे चीर दोगे।
i उपर्युक्त पद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।
ii उपर्युक्त पद्यांश का भावार्थ लिखिए।
iii सौभाग्य एवं शत्रु शब्दों के विलोम शब्द लिखिए।
प्रश्न क्र. : 9
परीक्षा काल में ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर रोक लगाने हेतु जिलाधीश को प्रार्थना पत्र लिखिए।
प्रश्न क्र. : 10
‘मेरा प्रिय कवि ’ विषय पर लगभग 150 शब्दों पर निबंध लिखिए।
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sorry I didn't know the answer
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