प्रश्ना कर्म निम्नलिखित याश पढ़िए पूछ उत्साह और आनंद साहले का मिला जुला रूप है उत्साह में किसी न किसी वस पर ध्यान अपश्य केंद्रित होता है। वह चाहे कर्म पर, के फल पर और चाहे व्यक्ति अचवा वस्तु पर हो। इन्हीं के आधार /पर कर्म करने से जानंद मिलता है। कर्म- भावना से उत्पन्न आनंद का अनुभव केवल सच्चे वीर ही कर सकते हैं, क्योंकि उनमें सास की अधिकता होती है। सामान्य व्यक्ति कार्य पूरा हो जाने पर जिस आनंद को अनुभव करता है,सच्चा वीर कार्य प्रारंभ होने पर ही उसको अनुभव कर लेता है। * give the title for this para in hindi
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b22 + b23.
Question 3: Let b = 4i + 3j and c be two vectors perpendicular to each other in the xy-plane. All vectors in the same plane having projections 1 and 2 along b and c respectively are given by _________.
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