Hindi, asked by nagpalaarav138, 3 months ago

प्रश्न १- खान पान की मिश्रित संस्कृति से लेखक का क्या मतलब है ? अपने घर के उदाहरण देकर इसकी व्याख्या करें ।

प्रश्न २- खानपान में बदलाव के कौन से फ़ायदे हैं ? फिर लेखक इस बदलाव को लेकर चिंतित क्यों हैं?

प्रश्न ३- खानपान के मामले में स्थानीयता का क्या अर्थ है ?

Answers

Answered by shivchandergoud692
2

Explanation:

यहाँ मिश्रित संस्कृति से लेखक का तात्पर्य विभिन्न प्रांतो व देशों के व्यंजनों के अलग-अलग प्रकारो का मिला जुला रूप है। उदाहरण के लिए आज एक ही घर में हमें दक्षिण भारतीय, उत्तर भारतीय व विदेशी व्यंजनों का मिश्रित रूप खाने में मिल जाता है। जैसे – कभी ब्रेड तो कभी पराठे, कभी सांभर-डोसा तो कभी राजमा जैसे व्यंजन। यह खान पान की मिश्रित संस्कृति का रूप है।

Answered by vchauhan856
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Answer:

answer of lesson 14 question 1

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