प्रश्न१ निम्नलिखित पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार का नाम लिखिए -
क) पायो जी मैंने राम रतन धन पायो।
ख) नील गगन-सा हृदय शान्त था हो रहा।
ग) झुककर मैंने पूछ लिया, खा गया मानो झटका।
घ) देख लो साकेत नगरी है यही, स्वर्ग से मिलने गगन में जा रही।
ङ) सोहत ओढ़े पीत पट स्याम सलोने गात, मनौ नीलमणि शैल पर आतप पर्यो प्रभात।
च) हनुमान की पूँछ में, लग न पाई आग, सारी लंका जल गई, गए निशाचर भाग।
छ) चरण-सरोज पखारन लगा।
ज) मखमल के झूले पड़े, हाथी-सा टीला।
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so.... hope hlpe
thanks you❤️❤️❤️
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Explanation:
- अनुप्रास शब्द 'अनु' तथा 'प्रास' शब्दों से मिलकर बना है। 'अनु' शब्द का अर्थ है- बार- बार तथा 'प्रास' शब्द का अर्थ है- वर्ण। ... यहां पर मैंने प्रेम रत्न धन पायो में अनुप्रास अलंकार है।
- नील गगन-सा हृदय शान्त था हो रहा में उपमा अलंकार है।
- झुककर मैंने पूछ लिया, खा गया मानो झटका अनुप्रास अलंकार है।
- उपर्युक्त वाक्य में अतिशयोक्ति अलंकार का प्रयोग हुआ है । अतिशयोक्ति अलंकार वह है जिसमे किसी बात को बढ़ा चढ़ाकर कहा जाए।
- सोहत ओढ़े पीत पट स्याम सलोने गात, मनौ नीलमणि शैल पर आतप पर्यो प्रभात में अतिशयोक्ति अलंकार है
- उपयुक्त पंक्तियों में अतिशयोक्ति अलंकार है। यहां हनुमान की पूंछ में आग लगाने से पूर्व ही सारी लंका अग्नि से जल गई और राक्षस भाग गए।
- चरण-सरोज पखारन लगा में रूपक अलंकार है।
- मखमल के झूले पड़े हाथी सा टीला' पंक्ति में उपमा अलंकार होता है।
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