प्रश्न:३ रुपरेखा के आधार पर कहानी लिखिए: (4)
एक जंगल - तालाब के किनारे - चार मित्र - हिरन, कछुआ, चूहा, कौआ का रहना - एक दिन हिरन का न
आना-साथी मित्रों का परेशान होना - मित्रों का भूत ने ढूंढने जाना - हिरन का जाल में फंसना - चूहे का जाल
काटना - हिरन का भाग जाना - एक-दूसरे मित्र की मदद - सीख ।
Answers
Explanation:
किसी जंगल में चार दोस्त रहते थे; एक हिरण, एक कौवा, एक कछुआ और एक चूहा। उनके दिन मजे में कट रहे थे। एक दिन, एक शिकारी ने हिरण को पकड़ने के लिए फंदा लगाया। थोड़ी ही देर में हिरण उस फंदे में फंस गया। जब अन्य दोस्तों ने हिरण की ये हालत देखी तो वे उसे छुड़ाने का उपाय सोचने लगे।
deer crow hunter
थोड़ी देर बाद उन्होंने अपनी योजना पर अमल करना शुरू किया। हिरण चारों खाने चित होकर लेट गया और आँखें बाहर निकाल लीं जैसे कि वह मर गया हो। कौवा हिरण की आँखों में चोंच मारने लगा, क्योंकि कौवे ऐसा मरे हुए जानवर के साथ ही करते हैं। कछुआ उस शिकारी के सामने से अपनी मंथर गति से गुजरने लगा। शिकारी ने सोचा कि हिरण तो मर ही गया है इसलिए उसके भागने की कोई आशंका नहीं है। बीच में एक कछुआ पकड़ में आ जाए तो बोनस ही होगा। जब शिकारी कछुए को पकड़ने में उलझा हुआ था, तभी चूहे ने हिरण के फंदे को काट दिया। इसके बाद हिरण फुर्ती से भागा। हिरण को भागते देख जैसे ही शिकारी का ध्यान भटका तभी कौवे ने कछुए को अपनी चोंच में उठा लिया और उड़ गया। इस तरह से सबने मिलकर हिरण की जान बचाई।
Answer:
बहुत पुरानी बात है एक जंगल में चूहा, कछुआ, कौआ और हिरण चार मित्र रहते थे | चूहे का नाम हिरण्यक ,कछुये का नाम मंथरक, कौआ का नाम लघुपतनक और हिरण का नाम चित्रांग था | उन चारो में बड़ी पक्की दोस्ती थी | चारो आपस में बड़े मौज से रहते थे | एक दिन की बात है हिरन जंगल गया परन्तु बहुत देर हो गई वापस नहीं आया | तीनो मित्रों को हिरन की बहुत चिंता होने लगी | कछुआ और चूहे ने कौए से कहा - '' मित्र तुम आसमान में उड़ सकते हो जाकर हिरण को देखो वह किस हाल में है |''