प्रश्न स 2. निम्नलिखित कान्याश को ध्यानपूर्वक पढिए और पूजे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए
सतपुडा के घने जंगल, नीद में डूये हए से
ऊंघते अनमने जगल.
झाइ ऊँचे और नीचे, चुप खड़े हैं आँख मीचे,
घास चुप है, कास चुप है. मूक शाल, पलाश चुप है
बन सके तो धैसो इनमे सन पाती हवा जिसमे,
सतपुड़ा के घने जंगल, नीद मे इबेहए से
ऊपते अनमले जगला
(क) काव्यांश में कहाँ के जगल की बात कही गयी है।
(ख) जगल का रूप कैसा है?
(ग) काव्याश में किनके चुप रहने की बात कही गयी है?
(घ) जगल को अनमना क्यों कहा गया है?
(3) कवि क्या चुनौती देते है?
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1 काव्यांश में सतपुड़ा के घने जंगल की बात कही है|
2 जंगल में झाइ ऊंचे और नीचे हौ|
3 काव्यांश में घास , कास , मूक शाल और पलाश के चुप रहने की बात कही है|
4 जंगल को अनमना इसलिए कहा है क्योंकि जंगल नींद में इबेहद से ऊपते है|
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kavyansh mein kahan ke jungle ki baat ki gai hai
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