प्रश्न- ३ दिए गए काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
कुछ भी बन, बस कायर मत बन
ठोकर मार पटक मत माथा,
तेरीराह रोकते पाहन ।
ले देकर जीना, क्या जीना'
कब तक गम के आंसू पीना?
मानवताने तुझको सींचा
बहा युगों तक खून-पसीना
कुछ न करेगा ? किया करेगा
रे मनुष्य बस कातर क्रंदन'
अर्पण कर सर्वस्व मनुज को
करन दुष्ट को आत्मसमर्पण
कुछ भी बन , बस कायर मत बन
के. कवि ने क्या बनने के लिए कहा है ? कुछ भी जामा कायर माकन
ख. कवि के अनुसार किस प्रकार का जीवन व्यर्थ है?
ग, पाहन किस के प्रतीक है?
घ. कवि मनुष्य से क्या करने को कहता है?
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1 कुछ भी बन बस कायर मत बन
Explanation:
कुछ भी बनो बस कायर मत बनो
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