प्रश्न ४) दिए गए वाक्य में संज्ञा के भेद
पहचान कर लिखिए: १) किसान खेतों में
हल चलाता है।
Answers
Answer:
Explanation:
वाक्य
अपने मन के भाव-विचार प्रकट करने के लिए हम भाषा का सहारा लेते हैं और वाक्यों के रूप में प्रकट करते हैं। कभी-कभी कुछ शब्दों से ही काम चला लेते हैं पर हमेशा ऐसा नहीं हो सकता है। वाक्य शब्दों के मेल से बनते हैं जो अपने में कुछ न कुछ अर्थ छिपाए रहते हैं। अर्थ की पूर्ण अभिव्यक्ति के लिए इन शब्दों को एक व्यवस्थित क्रम में रखा जाता है। इस तरह सार्थक शब्दों का ऐसा व्यवस्थित समूह जो पूरा आशय प्रकट करता है, उसे वाक्य कहते हैं। अतः वाक्य –
सार्थक शब्दों (पदों) के मेल से बनते हैं।
पूर्ण और स्वतंत्र होते हैं।
वक्ता की कही बातों का आशय स्पष्ट करते हैं।
शब्दों का एक निश्चित क्रम रखते हैं। हिंदी के वाक्यों का पद क्रम इस तरह होता है
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कर्ता + कर्म + पूरक + क्रिया जैसे-
पल्लव पुस्तक लाता है।
पुलिस ने चोरों को घेरकर पकड़ा।
गाय हरी घास खाती है।
चित्रकार चित्र बनाएगा।
वाक्य-भेद का आधार
वाक्य-भेद को स्पष्ट रूप से समझने के लिए निम्नलिखित वाक्यों की रचना पर ध्यान देते हैं –
चित्रकार चित्र बनाएगा।
चित्रकार चित्र बनाएगा और बाज़ार में बेचेगा।
चित्रकार ने कहा कि वह चित्र बनाएगा।
चित्रकार ने कहा कि वह चित्र बनाएगा और बाज़ार में बेचेगा।
उपर्युक्त वाक्यों में पहला एक वाक्य है। दूसरा और तीसरा दो वाक्यों से तथा चौथा तीन वाक्यों से। वाक्य होने के बाद भी ये अलग-अलग प्रकार के वाक्य हैं।
वाक्य-भेद
CBSE Class 10 Hindi A व्याकरण वाक्य-भेद - 1
1. सरल वाक्य
सरल वाक्य एक कर्ता तथा एक क्रिया के मेल से बनता है। इसमें कोई उपवाक्य जुड़ा नहीं होता है।
जैसे- कछुए ने खरगोश को हरा दिया।
नौकर ने समय पर काम पूरा कर लिया।
ड्राइवर समय से बस लेकर नहीं आया।
पक्षी शाम होते ही घोंसले की ओर लौट आते हैं।
सरल वाक्यों की रचना –
सरल वाक्यों की रचना मुख्यतया दो घटकों से होती है। ये घटक हैं – (i) उद्देश्य (ii) विधेय
(i) उद्देश्य-वाक्य में जिसके बारे में कुछ बताया जाता है, उसे उद्देश्य कहा जाता है। इसे कर्ता भी कहा जाता है।
उद्देश्य कभी एक शब्द का होता है तो कभी इसकी विशेषता बताने वाले शब्द इसमें जुड़ जाते हैं तब यह कई शब्दों के मेल से बनता है, जैसे पौधे बढ़ने लगे हैं।
छोटे-बड़े सभी पौधे बढ़ने लगे हैं।
कल तक के मुरझाए रहने वाले छोटे बड़े सभी पौधे बढ़ने लगे हैं।
इन वाक्यों के रंगीन अंश उद्देश्य हैं, क्योंकि वाक्य का शेष अंश इनके ही बारे में कुछ बता रहा है।
(ii) विधेय-वाक्य में जिस अंश द्वारा अपने उद्देश्य के बारे में कुछ बताया जाता है, उसे विधेय कहते हैं।
विधेय एक शब्द का हो सकता है या पूरकों के साथ मिलकर कई शब्दों के मेल से बन सकता है, जैसे –
मज़दूर गया।
मज़दूर घर गया।
मज़दूर मज़दूरी लेकर सरपट घर गया।
मज़दूर काम समाप्त होते ही मज़दूरी लेकर सरपट घर गया।
इन वाक्यों के रंगीन अंश अपने उद्देश्य के बारे में कुछ बता रहे हैं, अतः ये विधेय हैं।
कुछ अन्य उदाहरण
CBSE Class 10 Hindi A व्याकरण वाक्य-भेद - 2
2. संयुक्त वाक्य
जब दो या दो से अधिक स्वतंत्र उपवाक्य किसी योजक (समुच्चयबोधक अव्यय) द्वारा जुड़े होते हैं तो वे संयुक्त वाक्य कहलाते हैं।
संयुक्त वाक्य की विशेषताएँ –
संयुक्त वाक्य के उपवाक्य आपस में योजकों- या, वा, अथवा, इसलिए, और, किंतु, परंतु, लेकिन, तथा, एवं आदि से जुड़े होते हैं।
इनमें प्रयुक्त उपवाक्य स्वतंत्र अर्थ का बोध कराते हैं।
इनमें प्रयुक्त उपवाक्य समान स्तर के होते हैं।
इन्हें समानाधिकृत उपवाक्य अथवा समानाधिकरण उपवाक्य भी कहते हैं।
संयुक्त वाक्य के कुछ उदाहरण
आप नाटक देखने जाएँगे या सिनेमा।
मरीज फल खा लेगा अथवा खिचड़ी से काम चलेगा।
मदन को बस नहीं मिली इसलिए वह समय पर घर न आ सका।
हम दोनों मंदिर गए और साथ-साथ पूजा की।
बादल घिरे किंतु बरसात न हुई। वाक्य-भेद
वह दिन भर काम करता रहा परंतु पूरा न हो सका।
बाज़ार से कलम लाना तथा पेंसिल अवश्य लाना।
उसने मेट्रो की सवारी की एवं ए०सी० का आनंद लिया।
3. मिश्रवाक्य
जिस वाक्य में एक से अधिक उपवाक्य जुड़े हो, परंतु उनमें एक प्रधान उपवाक्य हो तथा दूसरा आश्रित उपवाक्य हो, उसे मिश्रवाक्य कहते हैं।
मिश्रवाक्य में आश्रित या गौण उपवाक्य प्रधान उपवाक्य पर निर्भर होते हैं।
मिश्रवाक्य व्यधिकरण योजकों के युग्म-जैसा-वैसा, जो-सो, जिसकी-उसकी, जहाँ-वहाँ, जब-तब, जैसी-वैसी, यदि-तो, – जब तक-तब तक, जिन्हें-उन्हें आदि से जुड़े होते हैं।
स्वतंत्र उपवाक्य को प्रधान उपवाक्य भी कहा जाता है।
मिश्रवाक्य के कुछ उदाहरण
माँ ने कहा कि शाम को जल्दी लौट आना।
जब मैं घर पहुँचा तब वर्षा शुरू हो चुकी थी।
जैसे ही बादल घिरे वैसे ही बिजली चमकने लगी।
जब-जब धरती पर अधर्म बढ़ा है, तब-तब ईश्वर धरती पर अवतरित हुए हैं।
जहाँ-जहाँ सिंचाई की व्यवस्था है, वहाँ-वहाँ फसलें खूब पैदा होती हैं।
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