Hindi, asked by vartikaakhugshal, 1 month ago

प्रश्न- वार-बार बदलते हुए चश्मों को देखकर
हालदार साहब के मन में कैसा भाव
उठता था?​

Answers

Answered by pranjaldhoot97
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Answer:

उतर : हवलदार साहब मूर्ति पर सरकंडे के चश्मे को देखकर पहले मायूस हो गए थे। उन्हें लगा होगा कि लोगों में अपने नायकों के लिए जरा सी भी इज्जत नहीं बची है। लेकिन उसके बाद वह यह सोच कर भाव हो गए, हवलदार साहब उस व्यक्ति के बारे में सोचकर भावुक हो उठे होंगे जिसने नेताजी को चश्मा लगाया होगा।

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