प्रदूषण की समस्या पर दो मित्रों के संवाद लिखिए
Answers
Explanation:
अमिता : सही कह रही हो तुम । ... अमिता : यही नदी का प्रदूषित जल फिर से खेतों को सींचने में, जानवरों को नहलाने और पिलाने में और कुछ लोगों द्वारा तो घर के कामों के प्रयोग में लाया जाता है । कृति : सही कहती हो अमिता ।
Answer:
अमिता : कृति तुम्हे पता है शहर के बाहर जो नदी है वह कितनी प्रदूषित है ?
कृति : हाँ अमिता । अब तो वह नदी कम और नाला ज्यादा लगती है ।
अमिता : सही कह रही हो तुम । बीच-बीच में उसकी सफाई का काम भी चलता है लेकिन फिर कुछ दिनों में वही हाल हो जाते हैं ।
कृति : यह समस्या सिर्फ यहीं नहीं पूरे देश में फैली हुई है और इसके जिम्मेदार स्वयं हम ही हैं, कोई और नहीं।
अमिता : हाँ, शहर में जितनी फेक्ट्रियां चलती हैं सबका रसायन मिला हुआ गन्दा पानी नालों से होता हुआ उसी नदी में तो मिलता है ।
कृति : सिर्फ फेक्ट्रियां ही नहीं बल्कि खेतों में प्रयोग होने वाले रसायन, मानव और जानवरों की जैविक क्रिया के प्रदूषक भी रिस कर नदी में ही तो मिलते हैं ।
अमिता : यही नदी का प्रदूषित जल फिर से खेतों को सींचने में, जानवरों को नहलाने और पिलाने में और कुछ लोगों द्वारा तो घर के कामों के प्रयोग में लाया जाता है ।
कृति : सही कहती हो अमिता । ऐसा जल प्रयोग करने से कितने ही पेड़ सूख जाते हैं, जलचर और अन्य जानवर मर जाते हैं और इंसानों को भी अनेक प्रकार की गंभीर बीमारियों से जूझना पड़ता है।
अमिता : यदि प्रदूषित जल को नदी में मिलाने से पूर्व उसको शुद्ध किये जाने से सम्बंधित कठोर क़ानून बनाए जाएँ तो ही इस समस्या का समाधान निकल सकता है ।