प्रदूषण पर अनूछेद ,in 80worrd
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पर्यावरण प्रदूषण हमारे पर्यावरण में हानिकारक और जहरीले पदार्थों की उपस्थिति को संदर्भित करता है। यह न केवल वायु प्रदूषण तक सीमित है, बल्कि जल निकायों, मिट्टी, जंगलों, जलीय जीवन और सभी भूमि जीवित प्रजातियों को भी प्रभावित कर सकता है। पर्यावरण प्रदूषण के लिए मुख्य कारक मानव उत्पन्न हैं।
बहुत समय से हम अपने निवास स्थान का विस्तार करने और जीवन को आसान बनाने के लिए पर्यावरण के साथ हस्तक्षेप कर रहे हैं। मनुष्यों ने ऑटोमोबाइल का आविष्कार किया है, कारखानों की स्थापना की है, सड़कों और शहरों के लिए रास्ता बनाने के लिए जंगलों को काट दिया है – सभी पर्यावरणीय स्वास्थ्य से समझौता करते हैं। अपर्याप्त अपशिष्ट निपटान और इसके कूड़ेदान के परिणामस्वरूप हमारे महासागरों और जल निकायों को प्रदूषित किया गया है, जिससे वे बेकार हो गए हैं और उन प्रजातियों के जीवन को खतरा है जो उन पर निर्भर हैं।
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Answer:1.वायु प्रदूषण
Pollution Essay in Hindi वायु प्रदूषण को सबसे खतरनाक प्रदूषण माना जाता है, इस प्रदूषण का मुख्य कारण उद्योगों और वाहनों से निकलने वाला धुआं है। इन स्त्रोतों से निकलने वाला हानिकारक धुआं लोगो के लिए सांस लेने में भी बाधा उत्पन्न कर देता है। दिन प्रतिदिन बढ़ते उद्योगों और वाहनों ने वायु प्रदूषण में काफी वृद्धि कर दी है। जिसने ब्रोंकाइटिस और फेफड़ो से संबंधित कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं खड़ी कर दी है।
2.जल प्रदूषण
उद्योगों और घरों से निकला हुआ कचरा कई बार नदियों और दूसरे जल स्त्रोतों में मिल जाता है, जिससे यह उन्हें प्रदूषित कर देता है। एक समय साफ-सुथरी और पवित्र माने जानी वाली हमारी यह नदियां आज कई तरह के बीमारियों का घर बन गई है क्योंकि इनमें भारी मात्रा में प्लास्टिक पदार्थ, रासयनिक कचरा और दूसरे कई प्रकार के नान बायोडिग्रेडबल कचरे मिल गये है।
3.भूमि प्रदूषण
वह औद्योगिक और घरेलू कचरा जिसका पानी में निस्तारण नही होता है, वह जमीन पर ही फैला रहता है। हालांकि इसके रीसायकल तथा पुनरुपयोग के कई प्रयास किये जाते है पर इसमें कोई खास सफलता प्राप्त नही होती है। इस तरह के भूमि प्रदूषण के कारण इसमें मच्छर, मख्खियां और दूसरे कीड़े पनपने लगते है, जोकि मनुष्यों तथा दूसरे जीवों में कई तरह के बीमारियों का कारण बनते है।