प्रथम छंद में वर्णित प्रकृति-चित्रण को लिखिए।
प्रकृति के साथ पशु-पक्षियों के संबंध की व्याख्या कीजिए।
मनुष्य को प्रकृति किस रूप में आंदोलित करती है? अपने शब्दों में लिखिए।
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- कविता के इस भाग में नदी के बहने से जो दृश्य उत्पन्न होता है उसका मनोहारी वर्णन है। नदी विरह के गीत गाते हुए बड़ी तेजी से बह रही है। ऐसे में लगता है कि वह किनारों से कुछ कह रही है।
- प्रकृति के साथ पशु पक्षियों का संबंध तो मणि - कंचन योग की तरह है। ... भागते दौड़ते पशु, उड़ते हुए पक्षी ,रेंगते हुए कीड़े और सरीसृप ,तालाब में तैरती मछलियां और टर-टर करते मेंढक और बादलों में उड़ती सरसों की पंक्तियां की प्रकृति को जीवन देती है।
- मनुष्य प्रकृति का हिस्सा ही तो है प्रकृति उसे सदा आंदोलित करती रहती है तथा उसके विभिन्न प्रेरणाओं की आधार बनती है। आकाश में उमड़ते घुमड़ते बादल उड़ते रंग बिरंगे पक्षी तथा तरह तरह के कीड़े मकोड़े मानव को हमेशा आंदोलित करते हैं कि वह भी उनकी सारा आकाश में उड़ान भरी और मनुष्य ने हवा में उड़ान भरने के लिए साधन बना लिए।
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Answer:
The work done by a house wife is considered as ____________ activity.
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