* प्रथम इकाई परीक्षा की पुनरावृत्ति कीजिए ।
* करोना को मात देने के लिए हमारी
कौन-कौन मदद करता है । उनके
चित्र चिपकाकर उसके बारे में
में लिखिए।
अथवा
* संदेश भेजने का अब तक का सफ़र में हमारी कौन- कौन मदद करता हैं ।उनके चित्र चिपकाकर उसके बारे में लिखिए ।
कक्षा 3 तीसरी
Answers
Answer:
hi u from?
Explanation:
may i know you?
Answer:-
देशों ने अपने को समेट लिया और राष्ट्रीय सीमाएं कठोर हो गईं. इसके बाद आर्थिक तंगी और मंदी का दौर शुरू हुआ. राष्ट्रवाद का भाव अति-राष्ट्रवाद के चरम पर जा पहुंचा और यह दूसरे विश्वयुद्ध का कारण बना. दूसरे विश्वयुद्ध के बाद आपसी संबंधों वाली, एक दूसरे पर निर्भर और संस्थागत वैश्विक दुनिया का रूप बना. पिछले 75 सालों से उतार चढ़ाव के बाद भी यही वैश्विक व्यवस्था बरकरार रही.
लेकिन जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर स्टीव हैंकी का कहना है कि नरेंद्र मोदी ने बिना पहले से प्लान के लॉकडाउन लागू कर दिया गया. वास्तव में मुझे लगता है कि मोदी यह जानते ही नहीं हैं कि 'योजना' का मतलब क्या होता है. यहां पढ़ें प्रोफ़ेसर हैंकी का नज़रिया.
कोरोना वायरस से उपजी महामारी दुनिया की मौजूदा वैश्विक व्यवस्था को पहले जैसी स्थिति में करने की धमकी दे रही है. पहले विश्व युद्ध के बाद, दुनिया के देश आत्मकेंद्रित और सत्ता समर्थक हुए थे. कुछ राजनीतिक वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के समय में ऐसी ही दुनिया के उदय होने की भविष्यवाणी की है जिसमें दुनिया कहीं ज़्यादा सिमटी और संकीर्ण राष्ट्रवाद से भरी होगी. 'राष्ट्रों की वापसी' नई व्यंजना है. अर्थशास्त्री भूमंडलीकरण और मुक्त व्यापार के दिन लदने की बात कह रहे हैं.
Explanation:
please mark me as brainlist ✌