पुरवा किस अधिवास में शामिल है ?
Answers
पुरवा अपखंडित अधिवास में शामिल है।
Explanation:
अपखण्डित अधिवास या बस्तियाँ- जिस ग्रामीण अधिवास में गाँव की सीमा के अंदर ही बसावट मिलती है अर्थात् गाँव के घर एक-दूसरे से थोड़ी दूर पर बने होते हैं अथवा छोटे-छोटे पुरवे या नगले थोड़ी-थोड़ी दूरी पर बसे होते हैं तथा जिनमें कोई भी केन्द्रीय ग्राम नहीं होता उसे अपखण्डित अधिवास या बसावट कहते हैं।
इस प्रकार के अधिवासों को एकाकी अधिवास नहीं कहा जा सकता, क्योंकि अमेरिकन या यूरोपीय फार्मगृह के समान विपरीत इन छोटी-छोटी बस्तियों में एक ही परिवार का होना आवश्यक नहीं है। इसी प्रकार इनमें सामाजिक संगठन, श्रम विभाजन सामुदायिक भावना पाई जाती है। प्रो. स्पेट महोदय ने ऐसी बस्तियों को प्रविकीर्ण, प्रो. सिंह ने पुरवों का अधिवास या अपखण्डित अधिवास कहा है।
अपखण्डित अधिवास या बस्तियाँ मुख्य रूप से बंगाल के डेल्टा प्रदेश, गंगा, घाघरा, दोआब, राप्ती नदी के पश्चिम में सरयू पार मैदान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ऊपरी गंगा-यमुना मैदान (सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, रामपुर, बिजनौर, पीलीभीत) तथा अम्बाला आदि जिलों में पाई जाती हैं।