प्रयत्न करना है तो प्रार्थना क्यों
Answers
Answered by
0
Answer:
काम का अधिकार मेरा है, पर फल ईश्वर के हाथ में है। इसलिए प्रयत्न के साथ-साथ ईश्वर की प्रार्थना आवश्यक है। प्रार्थना के संयोग से हमें बल मिलता है। यों कहो न कि अपने पास का सम्पूर्ण बल काम में लाकर बल की ईश्वर से मांग करना, यही प्रार्थना का मतलब है।
Explanation:
Similar questions