पास ? क्या मीना साज़ के पास ? या रफूगर, रंगरेज या तेली-तंबोली से सीखने जाएगा ? क्या
फरमा दिया साहब यह तो हमारा खानदानी पेशा ठहरा। हाँ, इल्म की बात पूछिए तो जो कुछ भी
सीखा, अपने वालिद उस्ताद से ही। मतलब यह कि हम घर से न निकले कि कोई पेशा आख्तियार
करेंगे। जो बाप-दादा का हुनर था वही उनसे पाया और वालिद मरइम के उठ जाने पर आ बैठे
उन्हीं के ठीये पर।"
(क) नसीरुद्दीन के खानदान का पेशा क्या था ? उसने अपनी आजीविका के लिए कौन-सा धंधा
अपनाया?
(अंक 2)
(ख) नसीरूद्दीन ने नानबाई का धंधा किससे सीखा ?
(अंक 2)
(ग) उक्त गद्यांन के आधार पर कुछ खानदानी धंधों के नाम गिनाइये।
(अंक 2)
12. निम्नलिखित में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
(3+3+3+3-12)
(क) नमक का दारोगा' कहानी में पंडित अलोपीदीन के व्यक्तित्व है कौन से दो पहलू (पक्ष)
उभरकर आते हैं ? लिखिए।
(अंक 3)
(ख) 'गलता लोहा पाठ के आधार पर पहाड़ी गांवो की समस्याओं पर विचार विश्लेषण कीजिए।
(ग) मियां नसीरुद्दीन के व्यक्तित्व और चरित्र की विशेषताओं को स्पष्ट कीजिए। (अंक 3)
(घ) 'गलता लोहा' पाठ के आधार पर मोहन के चरित्र पर प्रकाश डालिए।
(अंक 3)
13. (क) शास्त्री तथा चित्रपट-संगीत में क्या अंतर है ?
(अंक 2)
(ख) नादमय उच्चार का क्या अर्थ है ? यह लता के गायन में किस प्रकार प्रकट हुआ है ?(अंक 2)
अथवा
चित्रपट संगीत ने लोगों की संगीत अभिरूचि को किस प्रकार संस्कारित किया?
(ग) कुमार गंधर्व ने लता को बेजोड़ गायिका क्यों कहा है ?
(अंक 2)
(घ) लता मंगेशकर के गायन ने भारतीय लागों की अभिरूचि को किस प्रकार प्रभावित किया?
अथवा
लता ने चित्रपट-संगीत में मुख्यतया किस प्रकार के गाने गाए हैं और क्यों ?
(जंक 2)
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(घ) लता मंगेशकर के गायन ने भारतीय लागों की अभिरूचि को किस प्रकार प्रभावित किया
लता की गायकी में शृंगार रस की अभिव्यक्ति प्रमुखता से मिलती है। इस तरह लता की गायकी ने लेखक को अनेक स्तर पर प्रभावित किया। लेखक के अनुसार लता की गायकी में जो जादू था और उनके गाने को सुनकर जैसे लोग मंत्रमुग्ध हो जाते थे, वो वास्तव में अनोखा अनुभव होता था।
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