पुस्तकालय या इंटरनेट की सहायता से प्रेमचंद की अन्य कहानियाँ या उपन्यास पढें और कक्षा में उनके मूल भाव पर चर्चा कर||
if you’ll answer this correctly and quick I’ll mark you as brainliest
NOTE:- the quick and correct answer only!!!
Answers
Answered by
1
Answer:
गोदान, प्रेमचन्द का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण महाकाव्य माना जाता है। कुछ लोग इसे उनकी सर्वोत्तम कृति भी मानते हैं। इसका प्रकाशन १९३६ ई० में हिन्दी ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय, बम्बई द्वारा किया गया था। इसमें भारतीय ग्राम समाज एवं परिवेश का सजीव चित्रण है। गोदान ग्राम्य जीवन और कृषि संस्कृति का महाकाव्य है। इसमें प्रगतिवाद, गांधीवाद और मार्क्सवाद (साम्यवाद) का पूर्ण परिप्रेक्ष्य में चित्रण हुआ है।
गोदान हिंदी के महाकाव्य के विकास का उज्वलतम प्रकाशस्तंभ है। गोदान के नायक और नायिका होरी और धनिया के परिवार के रूप में हम भारत की एक विशेष संस्कृति को सजीव और साकार पाते हैं, ऐसी संस्कृति जो अब समाप्त हो रही है या हो जाने को है, फिर भी जिसमें भारत की मिट्टी की सोंधी सुबास भरी है। प्रेमचंद ने इसे अमर बना दिया है।[1]
Explanation:
Please mark me as brainliest...
Similar questions