Hindi, asked by lighy5887, 10 months ago

पाश्चात्य विद्वानों की दृष्टि से नाटक के तत्त्व बताइए ।

Answers

Answered by abhilashbhoi16
3

Explanation:

रचना श्रवण द्वारा ही नहीं अपितु दृष्टि द्वारा भी दर्शकों के हृदय में रसानुभूति कराती है उसे नाटक या दृश्य-काव्य कहते हैं। नाटक में श्रव्य काव्य से अधिक रमणीयता होती है। श्रव्य काव्य होने के कारण यह लोक चेतना से अपेक्षाकृत अधिक घनिष्ठ रूप से संबद्ध है। नाट्यशास्त्र में लोक चेतना को नाटक के लेखन और मंचन की मूल प्रेरणा माना गया है।

Answered by BIGFANS12
2

Answer:

AREY BHAI TERE TOH Q'S BHI KHATAM HO JAATE HAIN

MAIN TOH BUS TIMEPASS KAR RAHI THI

BTW TU KAUNSA GAANA SUN RAHA HAI??

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