पुश की कहानी का आशय अपने शब्दों में लिखिए
Answers
Answered by
3
‘पूस की रात’ किसान जीवन की कहानी है | इस कहानी में किसान परिवार की स्थिति का प्रामाणिक चित्रण है | यह सीमान्त किसान की कहानी है, जो खेती के साथ-साथ मजदूरी भी करता है | पर ढ़ांचा ऐसा है कि वह किसान से मजदूर बनने को अभिशप्त है | उसकी किसानी पर पानी फिर जाता है | किसान की बेबसी और व्यथा इस कहानी के जरिए मालूम होता है कि आखिरकार वे कौन-सी परिस्थितियाँ हैं, जो किसान को उसका मूल पेशा छोड़ने के लिए प्रेरित करती हैं | इस कहानी को पढ़ने से हमें ज्ञात होता है कि जब किसी शख्स के मेहनत की वाजिब कीमत नहीं मिलती तो धीरे-धीरे उसके मन में बेगानापन का भाव घर करने लगता है | हल्कू पराधीन भारत के किसानों का ऐसा प्रतिनिधि चरित्र है, जो अपनी खेती को बचाने में असफल साबित होता है | प्रेमचंद ने इस कहानी के जरिए पराधीन भारत में किसानों के हालात का संवेदनात्मक चित्र खींचा है | यह कहानी अपनी कलात्मकता के साथ एक किसान के जीवन की मार्मिक तस्वीर प्रस्तुत करती है | किसान से मजदूर बनने की यातना को हल्कू स्वीकार करता है | इस यातना-यात्रा की कथा है, पूस की रात |
Similar questions