Hindi, asked by Thumma1861, 10 months ago

पातः कालीन भृमण के लाभ बताते हुए अपनी छोटी बहन को पत्र लिखिए

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Answered by Anonymous
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स्थान : पटना

दिनांक : 23 फरवरी 2020

प्रिय अनुष्का

मैं कुशलता से हूं और आशा करता हूं कि तुम भी ठीक-ठाक और स्वस्थ होगी । मैं तुम्हें बताना चाहता हूं यह प्रातः कालीन भ्रमण सही बहुत सारे लाभ होते हैं । जिसे लोग मॉर्निंग वॉक कहते हैं । मॉर्निंग वॉक से बहुत सारे फायदे हैं । उस समय की हवा ताजी होती है और हमें तरोताजा महसूस करवाती है । उसमें घूमने से कई सारी बीमारियां प्रभावित होती हैं और उन बीमारियों से लड़ने की क्षमता हमारे अंदर जागृत होती है । प्रात कालीन भ्रमण से हमें विटामिन डी प्राप्त होता है । और उस समय व्यायाम करने से शरीर में फुर्ती आ जाती है । यहां पटना में बहुत सारे लोग गांधी मैदान के लिए सुबह-सुबह ही रवाना होते हैं और मॉर्निंग वॉक करते हैं साथ में एक्सरसाइज भी करते हैं । मैं चाहता हूं तुम भी प्रातः कालीन भ्रमण के लिए रोज सुबह जाओ ।

तुम्हारा बड़ा भाई

अक्षय

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Answer:

                                                   परीक्षा भवन,

                                                                                       अबस मार्ग,

                                                                                           यरल।

                                                                                  दिनांकः 22 मई, 2019

प्रिय अनुज लक्ष्मण,

       स्नेहाशीष।

      तुम्हारा पत्र कल ही मिला था। तुमने बताया कि तुम भी दादाजी के साथ प्रातः भ्रमण पर जाने लगे हो और उनकी अनुभवी बाते सुनने का अवसर पा रहे हो। इसके साथ ही मैं तुम्हें यह बताना चाह रहा हूं कि न सिर्फ तुम्हें उनकी ज्ञानवर्धक बातें सुनने को मिल रही हैं अपितु इसके साथ ही प्रातः भ्रमण का भी लाभ मिल रहा हैं।

    प्रातः काल ब्रह्म मुहूर्त होता हैं। इस समय वातावरण एकदम साफ होता हैं। स्वच्छ एवं स्वास्थयवर्धक प्राणवायु हमारे फेफड़ो में जाती हैं। जो हमें आलस्य से रहित और स्वस्थ बनाती हैं। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ दिमाग होता हैं। इससे हमारी दिमागी क्षमता भी बढ़ती हैं। साथ ही शरीर में रक्त संचार भी सही तरीके से हो जाता हैं।

   इसलिए मैं बड़ा भाई होने के नाते यह सलाह देना चाहूंगा कि प्रातः भ्रमण जो तुमने दादाजी के साथ शुरू किया हैं, इसे नियमित बनाए रखना।

     मेरी पढ़ाई अच्छी चल रहीं हैं। शेष सब कुशल हैं। दादाजी, पिताजी और माता जी को मेरा चरण स्पर्श कहना।

                                                                                           तुम्हारा अग्रज

                                                                                            कखग

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