पाठ-4
तुम ही इक नाथ
पितु मातु सहायक स्वामी सखा तुम ही इक नाथ हमारे हो।
जिनके कछु और अधार नहीं तिनके तुम ही रखवारे हो॥1॥
॥
सब भाँति सदा सुखदायक हो, दुःख दुर्गुणनाशनहारे हो
प्रतिपाल करो सिगरे जग को अतिशय करुणा उर धारे हो ॥2॥
Answers
Answered by
3
Answer:
A preyer for GOD
IT'S A GOOD
Answered by
0
Answer:
jo Parmatma ko bhul jate hai kya unhe Parmatma bhi bhula deta hai
Similar questions