पाठ बहादुर मां-बाप का कर्ज तो जन्म भर जाता है यह वाक्य नाम है
Answers
Answered by
11
Answer:
ये प्रश्न 'अमरकांत' द्वारा लिखित कहानी “बहादुर” पाठ से संबंधित है। 'मां-बाप का कर्जा तो जन्म भर भरा जाता है' बहादुर के इस कथन से पता लगता है, कि उसे मां-बाप के प्रति अपने कर्तव्य का बोध है। जीवन में हर व्यक्ति को अपने मां-बाप के प्रति कर्तव्य का बोध होना चाहिए
Similar questions
Social Sciences,
2 months ago
Hindi,
2 months ago
Geography,
5 months ago
Social Sciences,
5 months ago
Science,
1 year ago
English,
1 year ago
Biology,
1 year ago