पाठ-ज्ञान
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) गाँव में किस प्रकार की रौनक दिखाई दे रही थी और क्यों?
(ख) बच्चे ईद के दिन क्यों खुश दिखाई दे रहे थे?
(ग) अमीना हामिद के बारे में क्या सोचकर परेशान हो रही थी?
(घ) मेले में जाकर हामिद को क्या-क्या दिखाई दिया?
(ङ) बच्चों के खिलौनों का क्या हाल हुआ?
(च) हामिद मेले से क्या लेकर आया और क्यों?
2. निम्नलिखित पाठांश को पढ़िए एवं उस पर आधारित प्रश्नों के र
Answers
1.बड़े होते बच्चे यदि माता - पिता के कार्य में हाथ बताते हैं वह अपने छोटे - मोटे कार्य स्वयं कर ले तो वे उनके सहयोगी बन सकते हैं । यदि बड़े होते बच्चे उनके माता - पिता पर हमेशा निर्भर रहे तो वह कभी - कभी माता - पिता को बाहर लगने लगते हैं जैसे कामचोर कहानी में बच्चे पानी तक भी स्वयं नहीं पीते हैं ।
2.महीने के रमजान के रोजे के बाद यह त्योहार मनाया जाता है और इस दिन बच्चे नए-नए कपड़े पहनते हैं रंग बिरंगी मिठाईयां बनती है पकवान बनते हैं और साथ ही बच्चों को बड़े उनके जो बड़े होते हैं वही देते हैं यानी कि गिफ्ट देते हैं तो इसलिए बच्चे उस दिन काफी खुश रहते हैं।
3.हामिद के यह कहते ही कि तुम्हारी अंगुलियाँ तवे से जल जाती थीं, इसलिए मैंने यह ले लिया। यह सुनकर बुढ़िया अमीना का क्रोध तुरन्त स्नेह में बदल गया। अमीना परेशान थी, हामिद को अकेले मेले कैसे जाने दे।
4.इस कारण उन्हें रोटी पकाने में खासी दिक्कत होती थी। आधुनिकता के दौर में बदलती बच्चों की फितरत को देख ऐतिहासिक साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद की ईदगाह की कथा का पात्र हामिद दिखाई दिया। वह हामिद जो कि अपनी दादी अमीना के लिए लोहे का चिमटा ईदगाह के मेले से खरीद कर लाया था।
5.बच्चों द्वारा खरीदे गए खिलौनों का घर पहुँचने के बाद हाल बुरा हुआ। कुछ ही समय सबके खिलौने टूट गये। मोहसिन की छोटी बहन ने मोहसिन द्वारा खरीदे खिलौने भिश्ती को उसके हाथ से छीन लिया और मारे खुशी के जो उछली, तो मियाँ भिश्ती नीचे आ गए और खिलौना टूट गया। इस हामिद के छोड़कर हर बच्चे के खिलौने का यही हाल हुआ।
6.हामिद ने ईद के मेले से तीन पैसों में लोहे का चिमटा खरीदा, क्योंकि उसकी दादी के पास चिमटा नहीं था। जब वे तवे पर से रोटियाँ उतारतीं तो उनके हाथ की उँगलियाँ जल जाती थीं, इसलिए हामिद ने दादी के लिए चिमटा खरीदा।