पाठ ‘मीरा के पद’ के अनुसार ‘भीर’ का अर्थ है ?
Answers
Answered by
0
Answer:
इस पद की कवयित्री मीरा है। इसमें कवयित्री भगवान श्री कृष्ण के भक्त – प्रेम को दर्शा रही हैं और स्वयं की रक्षा की गुहार लगा रही है । व्याख्या -: इस पद में कवयित्री मीरा भगवान श्री कृष्ण के भक्त – प्रेम का वर्णन करते हुए कहती हैं कि आप अपने भक्तों के सभी प्रकार के दुखों को हरने वाले हैं अर्थात दुखों का नाश करने वाले हैं।
Similar questions
English,
3 months ago
Math,
3 months ago
Business Studies,
6 months ago
Math,
6 months ago
Physics,
10 months ago
English,
10 months ago
Social Sciences,
10 months ago