Hindi, asked by inad21, 1 month ago

पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ पंडित भया न कोई का अर्थ है

जग में कोई भी पंडित नहीं है

जग में पुस्तक पढ़कर कोई पंडित नहीं बना

पंडित सिर्फ पुस्तके पढ़कर बनते हैं​

Answers

Answered by ar7760788
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Answer:

ये दोहा कबीर दास जी द्वारा प्रस्तुत किया गया था !

Explanation:

कबीर दास जी का मानना था कि पुस्तक पढ़ने से कोई ज्ञानी नहीं होता, समाजिक ज्ञान भी होना आवश्यक है!

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