पंद्रह बीघा जमीन के लालच में किस तरह लोगों के आपसी सद्भाव को बिगाड़
दिया था ?'हरिहर काका' पाठ के आधार पर लिखिए। यह घटना आपके मन पर
क्या प्रभाव डालती है?
Answers
समाज में सुखी जीवन जीने के लिए रिश्तों-नातों का बहुत अधिक महत्त्व है। परन्तु आज के समाज में सभी मानवीय और पारिवारिक मूल्यों और कर्तव्यों को पीछे छोड़ते जा रहे हैं। ज्यादातर लोग केवल स्वार्थ के लिए ही रिश्ते निभाते हैं। जहाँ लोगों को लगता है कि उनका फ़ायदा नहीं हो रहा है वहाँ लोग जाना ही बंद कर देते हैं। आज का व्यक्ति स्वार्थी मनोवृति का हो गया है। वह केवल अपने मतलब के लिए ही लोगों से मिलता है। वह अपने अमीर रिश्तेदारों से रोज मिलना चाहता है परन्तु अपने गरीब रिश्तेदारों से कोसों दूर भागता है।
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Explanation:
15 बीघा जमीन के लिए वह गाँव का आपसी सद्भाव बिगाड़ने से भी नहीं चूकते। ... इस कारण एक तरफ हरिहर काका की 15 बीघा जमीन का है तो दूसरी तरफ उसके लालच में ठाकुरबारी के महंत और हरिहर काका के अपने भाई लोग भी उस जमीन को पाने की आकांक्षा रखते हैं अर्थात हरिहर काका की जमीन ही उनके सुखचैन के लिए मुसीबत बन गई।