- पाठ से 1. कवि 'वीर' कहकर किसे संबोधित करता है ? 2. कवि कौन-सा प्रण करने के लिए कहता है ? 3. इस कविता से हमें क्या प्रेरणा मिलती है ? 4. निम्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिए "अन्न भूमि में भरा, वारि भूमि में भरा, यत्न कर निकाल लो, रत्न भर निकाल लो, वीर तुम बढ़े चलो! धीर तुम बढ़े चलो!" 5. इस कविता के माध्यम से कवि हमें क्या संदेश देन पाठ से आगे का पाना पक रासादया ।
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शब्दार्थ. वीर - वीर पुरुष, साहसी धीर - धैर्यवान. ध्वजा - झंडा ... कवि कहता है कि हे वीर, धीर!26-Sep-2020
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