Hindi, asked by drizzly12ka413, 1 month ago

पाठ दुख का अधिकार पर संवाद​

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Answered by dhamija123
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लेखक के अनुसार मनुष्यों का पहनावा ही समाज में मनुष्य का अधिकार और उसका दर्ज़ा निश्चित करता है। परन्तु लेखक कहता है कि समाज में कभी ऐसी भी परिस्थिति आ जाती है कि हम समाज के ऊँचे वर्गों के लोग छोटे वर्गों की भावनाओं को समझना चाहते हैं परन्तु उस समय समाज में उन ऊँचे वर्ग के लोगों का पहनावा ही उनकी इस भावना में बाधा बन जाती है।

लेखक अपने द्वारा अनुभव किये गए एक दृश्य का वर्णन करता हुआ कहता है कि एक दिन लेखक ने बाज़ार में, फुटपाथ पर कुछ खरबूजों को टोकरी में और कुछ को ज़मीन पर रखे हुए देखा। खरबूजों के नज़दीक ही एक ढलती उम्र की औरत बैठी रो रही थी।

लेखक कहता है कि खरबूज़े तो बेचने के लिए ही रखे गए थे, परन्तु उन्हें खरीदने के लिए कोई कैसे आगे बढ़ता? क्योंकि खरबूजों को बेचने वाली औरत ने तो कपड़े में अपना मुँह छिपाया हुआ था और उसने अपने सिर को घुटनों पर रखा हुआ था और वह बुरी तरह से बिलख - बिलख कर रो रही थी। लेखक कहता है कि उस औरत का रोना देखकर लेखक के मन में दुःख की अनुभूति हो रही थी, परन्तु उसके रोने का कारण जानने का उपाय लेखक को समझ नहीं आ रहा था क्योंकि फुटपाथ पर उस औरत के नज़दीक बैठ सकने में लेखक का पहनावा लेखक के लिए समस्या खड़ी कर रहा था क्योंकि लेखक ऊँचे वर्ग का था और वह औरत छोटे वर्ग की थी।

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Answered by twinklingstar19
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Answer:

Answer♡⋆

Escape velocity is the minimum velocity that a body must attain to escape the gravitational field of the earth. Suppose if we throw a ball,it will fall back.

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