पृथ्वीराज चौहान की मृत्यु कैसे हुई थी? इसके सही कारण क्या थे?
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लोगों को मेरी बातें बुरी लगती है और उन्हें सच सुनने को बहुत बुरा लगता है।
पृथ्वीराज की मृत्यु कैसे हुई इसके कोई अधिक ठोस प्रमाण नही है।
सबसे महशूर कहानी के अनुसार मोहम्मद घोरी ने पृथ्वीराज को हरा दिया था और उसे बंदी बना लिया था।
फिर उसे कैद मे काफी यातनाए दी और उसकी आंखों मे गर्म गर्म सलाखें घुसा दी थी।
अंत मे जब घोरी को पता चला की चौहान शब्द भेदी बाण विद्या जनता है, तो घोरी ने चौहान को मनोरंजन के लिए अपनी विद्या का प्रदर्शन करने कहा और तब चौहान ने घोरी की हत्या की और घोरी के सैनिको ने उसे मार दिया।
पर इस बात के कोई प्रमाण नही है और यह काल्पनिक हो सकता है।
कुछ सबूत बताते है की पृथ्वीराज घोरी से हारने के बाद भी घोरी के अधीन दिल्ली पर राज करता था और फिर विद्रोह कर दिया। लेकिन अंत मे घोरी की सेना से हारकर मर गया।
अब उसकी मृत्यु के सही कारण क्या थे?
पृथ्वीराज भारत के अनेको हिन्दू राजाओ से लड़ता रहा और कई राजाओ से उसकी दुश्मनी हो गई थी।
इस कारण उसकी सेना के कई तजुर्बेकार योद्धा मारे गये और घोरी के साथ अंतिम युद्ध मे उसकी सेना मे नौसिखिये सैनिक थे।
पर अपनी सेना को मजबूत बनाने के बजाए वह अपनी बीवियों के साथ प्रेम क्रीड़ा मे लगा रहा।
प्रचलित मान्यता के विपरीत, उसकी 3 पत्निया थी और युद्ध से पहले उसकी एक पत्नी गर्भवती हो गई थी जिस कारण अजमेर मे उत्सव मनाया जाने लगा बजाए युद्ध की तैयारी के।
पृथ्वीराज मरा उसकी खुदकी गलतियों के कारण।
वह अच्छा योद्धा था पर उतना महान नही जितना उसे बताया जाता है।
यदि उसे सचमे अपनी राज्य की चिंता होती तो वह पड़ोसी राज्यो से दुश्मनी करने के बजाए दोस्ती बढ़ाता।
अपनी सेना को मजबूत करता बजाए अपनी पत्नियों के से प्रेम करने के।