पृथ्वी सारे संसार का भार सहती है और आकाश जीवन देता है। दोनों में श्रेष्ठता निर्धारित करने के लिए विज्ञान के दो विद्यार्थियों की चर्चा परस्पर को 50 शब्दों में लिखिए
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Answers
पवन - मित्र अरविन्द! आज विज्ञान की कक्षा में अध्यापिका ने पृथ्वी और आकाश के विषय में कितनी अच्छी-अच्छी और रोचक जानकारियाँ दीं।
अरविन्द - सत्य कह रहो हो मित्र ! आज हमें पृथ्वी और आकाश के विषय में कई नए तथ्य ज्ञात हुए।
पवन - पृथ्वी कितनी श्रेष्ठ है, कितनी सहनशीलता है उसमें। सबका भार सहन करती है।
अरविन्द - और आकाश भी तो कितना श्रेष्ठ है। यह सभी को जीवन प्रदान करता है। यदि आकाश न हो तो पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं है।
पवन - यदि पृथ्वी हमारा भार न सहती तो क्या होता! हमारे खाने के लिए अन्न व रहने के लिए स्थान - सब पृथ्वी पर उपलब्ध हैं।
अरविन्द - मित्र पवन ! धरती और आकाश की श्रेष्ठता पर बहस करते हुए जमाने गुजर जाएँगे पर ये सिद्ध न हो सकेगा।
पवन - सही कहा मित्र ये दोनों ही अपनी-अपनी जगह श्रेष्ठ हैं।
Monday
2 November 2020
8 am
Dear Dairy,
In the pandemic we are locked in our Homes and we can't go anyone as government announced lockdown in india. Due to this we can't go to schools and we have to attend online classes.So,I am writing about my experience in lockdown and online classes.In this lockdown I have learnt many things such as making use of waste etc.and the online class tell us that in future it may happen that everything will be online means We have to attend our schools,tuitions online.
And also in online classes many students play games and chat with others . which is not good at all . they Don't know Itsimportance.Now I will stop writing this dairy as I've Attend my only Classes.
Good Day!
Riya.