पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा करने से ऋतुओं में परिवर्तन होता है। प्रकृति
में परिवर्तन करती रहती है और यही परिवर्तन प्रकृति का नियम है। यही कारण है कि भारतवर्ष
में छह ऋतुएँ होती हैं। सभी ऋतुओं का अपना-अपना महत्व है और सभी की अपनी-अपनी शोभा
है, परंतु वर्षा, शरद, शिशिर, हेमंत, वसंत और ग्रीष्म में से वसंत ऋतु का विशेष महत्व है। ग्रीष्म
अपने भयंकर ताप से पृथ्वी को तपाता है, तो वर्षा अपने ठंडे-ठंडे जल से धरती की प्यास बुझाती
है। शरद और हेमंत अपनी सर्द हवाओं से कंपन उत्पन्न करते हैं। शिशिर पेड़-पौधों के पत्तों को
ही झटक लेता है। इसके विपरीत वसंत सर्वत्र सौंदर्य और उल्लास बिखेरकर मानव के मन को
प्रसन्नता व उमंग से भर देता है। फाल्गुन और चैत्र के दो महीने वसंत ऋतु के होते हैं। वसंत
ऋतु में न अधिक गरमी होती है, न अधिक सरदी। जलवायु भी बहुत सुहावनी होती है।
*read the above para and answer these questions
(क) गद्यांश के लिए उचित शीर्षक लिखिए।
(ख) ऋतुओं में परिवर्तन कैसे होता है?
Answers
Answered by
5
क) संसार का अनोखा रूप।
ख) ऋतु एक वर्ष से छोटा कालखंड है जिसमें मौसम की दशाएँ एक खास प्रकार की होती हैं। यह कालखण्ड एक वर्ष को कई भागों में विभाजित करता है जिनके दौरान पृथ्वी के सूर्य की परिक्रमा के परिणामस्वरूप दिन की अवधि, तापमान, वर्षा, आर्द्रता इत्यादि मौसमी दशाएँ एक चक्रीय रूप में बदलती हैं।
Answered by
0
Answer:
y
Explanation:
Similar questions