पृथिव्यां त्रीणि रत्नानि जलमन्नं सुभाषितम् ।
मूडै पाषाणखण्डेषु रत्नसंज्ञा
विधीयते ।। 1 ।। tell me hindi
Answers
Answered by
12
पृथिव्यां त्रीणि रत्नानि जलमन्नं सुभाषितम्।
मूडै पाषाणखण्डेषु रत्नसंज्ञा विधीयते।।
अर्थ ⦂ इस पृथ्वी पर अन्न, जल महत्वपूर्ण रत्न हैं। विद्वानों द्वारा कही गए विद्वतापूर्ण बातें अनमोल रत्न हैं। हास्य-विनोद युक्त सुवचन मूल्यवान रत्न हैं। लेकिन इस पृथ्वी पर जो मूर्ख और अज्ञानी लोग होते हैं, वे तो पत्थरों के छोटे-छोटे चमकदार टुकड़ों को ही रत्न समझते हैं, ये उनकी अज्ञानता को दर्शाता है।
◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌
Similar questions