पादप संग्रहालय में हरबेरियम शीटों के रखरखाव को विस्तृत रूप से समझाइये?
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पादप संग्रहालय की परिभाषा
परिभाषा: ‘‘ऐसे संग्रहालय जिनमें शुष्क एवं परिरक्षित पादप प्रतिरूपों का संकलन व भण्डारण, विशेष वर्गीकरण पद्धति के आधार पर किया जाता है, उसे पादप संग्रहालय या हरबेरियम कहतें है।’’
महत्व: पादप संग्रहालयों के द्वारा भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में पाये जाने वाले पौधों के विषय में समग्र जानकारी प्राप्त होती है।
पादप संग्रहालय के उद्देश्यपादप संग्रहालय अथवा हरबेरियम को स्थापित करने के पीछे प्रमुख उद्देश्य है, अर्जित ज्ञान को अगली पीढ़ियों तक पहुँचाना। यहाँ अनेक दुर्लभ पादपों को संरक्षित कर रखा जाता है।, जिससे भविष्य में भी उनका अवलोकन एवं अध्ययन किया जा सके।हरबेरियम से पादपों के तुलनात्मक अध्ययन में सहायता प्राप्त होती है। अनेक बार पौधों की संरचना का ज्ञान उनके चित्र फोटो, विवरण एवं रेखाचित्रों द्वारा भी नहीं हो पाता है। उस स्थिति में यह आवश्यक है कि पादप प्रतिरूपों की तुलना उनके चित्र अथवा विवरण से की जाए। यह तुलनात्मक अध्ययन तभी हो सकता है जब पादप संग्रहालय में रखे पादप हरबेरियम शीट के रूप में सुरक्षित एवं संरक्षित हों। इसलिए पौधों की पहचान हेतु पादप संग्रहालय बहुत आवश्यक है।हरबेरियम इतिहास और स्थापना
भारत में पादप वर्गिकी के क्षेत्र में सुव्यवस्थित अध्ययन एंव अन्वेषण कार्य 19वीं शताब्दी के अन्त में हुकर द्वारा रचित ग्रंथ ‘‘फ्लोरा आॅफ ब्रिटिश इण्डिया’’ के प्रकाशन के साथ ही प्रारम्भ हो गया था। भारत में हरबेरियम स्थापित करने के कार्य में पहल भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण कोलकाता ने की। तत्पश्चात् अनेक संस्थाओं और विश्वविद्यालयों ने भी हरबेरियम स्थापना की। आज भी हमारे देश के वैज्ञानिक उन्नति में अपना बहुमूल्य योगदान कर रहे है।
भारत के प्रमुख पादप संग्रहालयदी सेन्ट्रल नेशनल हरबेरियम कोलकाताराष्ट्रीय वानस्पतिक शोध संस्थान का हरबेरियम या पादप संग्रहालय, लखनऊवन अनुसंधान संस्थान पादप संग्रहालय, देहरादूनवनस्पतिविज्ञान विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय का पादप संग्रहालयपादप संग्रहालय-वनस्पतिविज्ञान विभाग, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर1. दी सेन्ट्रल नेशनल हरबेरियम कोलकाता
दी सेण्ट्रल नेशनल हरबेरियम केवल भारत ही नहीं अपितु एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा हरबेरियम है, जिसकी स्थापना विलियम राॅक्सबर्ग ने सन् 1793 में की थी। इस पादप संग्रहालय में लगभग चार लाख से भी अधिक पादप प्रतिरूप परिरक्षित हैं। इस हरबेरियम में भारत के अतिरिक्त यूरोप, अमेरिका, चीन, आस्ट्रेलिया व जापान इत्यादि देशों के पादप प्रतिरूप भी हरबेरियम शीट्स से परिरक्षित हैं। यहाँ पुष्पीय पौधों के अतिरिक्त अनेक फन्र्स, जिम्नोस्पम्र्स एवं कुछ टनय अपुष्पी पादप समूहों के प्रतिरूप भी परिरक्षित किये गये हैं।