-पौधों में रोग के कारण भृंगों का भार कम होना जैव विकास का उदाहरण क्यों नहीं है?
Answers
◉ पौधों में रोग के कारण भृंगों का भार कम होना जैव विकास का उदाहरण क्यों नहीं है?
► पौधों में रोग के कारण भृंगों का भार कम होना जैव विकास का उदाहरण इसलिए नहीं है क्योंकि लैंगिक जनन करने वाले जीवो में युग्मक अथवा जनन कोशिकाएं विशिष्ट जनन उतको में बनती हैं। यदि वह बुभुक्षण के कारण भृंगो के शरीर के भार में कोई कमी आती है तो जनन कोशिकाओं के डीएनए के संगठन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। इसलिये यदि भृंगों के भार में कुछ कमी आ जाती है तो इस जैव विकास का प्रतीक नहीं माना जा सकता। इसका सबसे मुख्य कारण ये है कि ये लक्षण वंशानुगत नही होता है। कायिक ऊतकों में होने वाला कोई भी परिवर्तन लैंगिंक कोशिकाओं के डीएनए में लक्षणों का संवाहक नही होता।
उदाहरण के लिये कोई व्यक्ति यदि अपने जीवन में अपने किसी कार्य में कोई दक्षता हासिल करता है तो उसका ये गुण का उसके डीएनए की संरचना पर कोई प्रभाव नही पड़ता, ना ही इसका संवहन उसकी संतति में होगा।
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○
Explanation:
hope it's help u ok touch the heart icon