पेड़ों की कटाई से होने वाले नुकसान पर लघुकथा तैयार कीजिए ।
Answers
Answer:
पेड़ काटने के नुकसान क्या हैं?
पेड़ों से केवल हमें लाभ ही नहीं होता है यह वातावरण में फैले दूषित वायु को भी शुद्ध करता है। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से बारिश का अभाव भी बना हुआ है।
वृक्ष अपनी जड़ों से मिट्टी को बांधकर रखता है तथा मृदा अपरदन नहीं होने देता है। पेड़ आसपास के वातावरण तथा दूषित वायु के साथ साथ भूमि को भी ठंडा रखता है।
वर्तमान में सबसे बड़ी मुसीबत ग्लोबल वार्मिंग की समस्या कम से कम थोड़ी ही सही पर राहत जरूर दिलाएगा। पौधारोपण अगर एक क्रम में किया जाए तो सुंदरता की झलक भी दिखाई देगी।
पेड़ों को काटने से पर्यावरण पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। इसकी वजह से जैव विविधता की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है।
हमें अपने पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए कम पेड़ों की कटाई करनी चाहिए और प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य होना चाहिए कि हमारे आसपास होने वाले पेड़ों की कटाई को रोके और जितना हो सके मैं पेड़ों का सृजन भी करते रहना जिससे हमारा भविष्य और उज्जवल और सुंदर होगा और हमें आगे चलकर किसी तरह की पर्यावरण से तकलीफ का सामना नहीं करना पड़ेगा।।।
Answer:
जागरण संवाददाता, अरवल
स्वस्थ्य जीवन के लिए पर्यावरण का स्वच्छ रहना अनिवार्य है। इसके लिए हमारे आसपास पेड़ पौधों की अधिकता बेहद जरुरी है। वृक्षों की अंधाधूंध कटाई से पर्यावरण पर इसका बुरा असर पड़ने की संभावना तीव्र हो गयी है। जहां एक ओर हरियाली योजना के तहत सरकार द्वारा चंद सिक्कों के खातिर वृक्षों को काटकर हरियाली खत्म की जा रही है। चंद लोग अपनी निजी आर्थिक लाभ के कारण हरे भरे पौधों को भी काटने से बाज नहीं आ रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों क लापरवाही के कारण जिले में वृक्षों की कटाई बदस्तूर जारी है। अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं किये जाने से ऐसे लोगों का हौसला बुलंद होता जा रहा है। पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ अभियान के तहत सरकार करोड़ों रुपये पौधे लगाने में खर्च कर रही है। लेकिन वर्षो पुराने लगे पेड़ों की कटाई सरकार के सपनों को चकनाचूर कर दिया है। अंधाधूंध हो रही पेड़ों की कटाई से आने जाने में काफी रोष देखा जा रहा है। अगर समय रहते पेड़ों की कटाई पर रोक नहीं लगायी गयी तो वनों के अस्तित्व पर खतरा उत्पन्न हो जाएगा। वृक्षों के इस अंधाधूंध कटाई से जहां एक ओर वातावरण गर्म हो रहा है वहीं प्रदूषण के कारण लोगों को श्वास, आंख,फेफड़ा एंव अन्य बीमारियों से ग्रसित होना पड़ रहा है।