पेड़ का दर्द कविता का मूल उद्देश्य संक्षेप में लिखिए।
Answers
Explanation:
answer bro ok bro please don't let
पेड़ का दर्द कविता का मूल उद्देश्य संक्षेप में लिखिए।
पेड़ का दर्द कविता सर्वेश्वर दयाल सक्सेना द्वारा लिखी गई है |
कवि ने इसमें पेड़ की दर्द भरी कहानी का वर्णन किया है | आए दिन पेड़ों की कटने की पीड़ा का वर्णन किया है |
पेड़ कट कर लड़की बन जाता है , लकड़ी बन कर जलता है , उसके साथ धुआं , लपते अवशेष बन कर रहा जाता है | उन्हें जंगल की याद ना दिलाओ | मैं हरा भरा था , सब पक्षी मेरे ऊपर एक डाली से दूसरी डाली में खेलते थे |
यही चलता आया है , सब मेरा इस्तेमाल करते है | अपनी छाव से मैं धूप को शांत करता हूँ , सबको छाया देता हूँ | मैं आज भी वहीं हूँ जहाँ कल था , अपनी हरी-भरी पत्तियों को मैं खोज रहा हूँ , जहां से मैंने अपने आप को पाना शुरु किया था |
हे मानव , जंगल और पेड़ो के महत्व हो समझे | मानव के प्रति किए गए पेड़ों के भागीदारी को समझे |