प्यारे बच्चो,दो बैलों की कथा पाठ के अगले अिंश को पढ़कर नीचे हदए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
दोनों मित्रों का िीवन िें प ली बार ऐसा साबबका पडा कक सारा हदन बीत िाने पर भी उन् ें खाने के मलए एक ततनका भी
न मिला था। उन् ें सिझ ी न ीिं आता था कक य कै सा स्वािी ै, इससे तो गया ी अच्छा था। कि से कि रूखा-सूखा तो
देता ी था। य ााँ कई भैसें थीिं, कई बकररयााँ, कई घोडे, कई गधे पर ककसी के सािने चारा न था। सभी ििीन पर िुदों की
तर पडे थे।इनिें कई तो इतने कििोर ो थे कक खडे भी न ीिं ो सकते थे। सारा हदन दोनों मित्र फाटक पर टकटकी लगाए
ताकते र े पर कोई चारा लेकर न ीिं आया। थक- ार कर दोनों ने दीवार की निकीन मिट्टी चाटनी शुरू की। पर इससे उन् ें
क्या तजृप्त मिलती।
प्रश्न 1. ये दोनों मित्र कौन थे ?
क) ीरा और िोती नािक बैल थे। ख) दो पक्षी ग) गया और झूरी घ) पडोसी और उसका मित्र
प्रश्न 2. दोनों मित्र इस सिय क ााँ थे तथा य ााँ उन् ें क्या बात सिझ न ीिं आ र ी थी?
प्रश्न 3. व ााँ और कौन-कौन से िानवर थे तथा उनकी क्या दशा थी?
प्रश्न 4. ार-थककर बैलों ने भूख मिटाने का क्या उपाय ककया?
प्रश्न 5. ‘साबबका’ शब्द का क्या अथथ ै?
क) सबक मसखाना ख) सरोकार ग) पीछे पडना घ) सोचना
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nice question bro
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sorry I don't know
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bharat ka sanvidhan kisne likha
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