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घ) कविता के निम्नलिखित संश का अन
स्पष्ट
कीजिए-
कितने भी गहरे रहे गर्न,
घर जगह पर जा सकता)
कितना भी मत माजी घी
हर समप पार पा सकता हा
।
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कविता के निम्नलिखित संश का अन
स्पष्ट
कीजिए-
कितने भी गहरे रहे गर्न,
घर जगह पर जा सकता)
कितना भी मत माजी घी
हर समप पार पा सकता हा
।
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