Page
jalpa के पति का नाम या
Answers
Answer:
प्रयाग के छोटे से गाँव के जमींदार के मुख़्तार महाशय दीनदयाल और मानकी की इकलौती पुत्री जालपा को बचपन से ही आभूषणों, विशेषत: चन्द्रहार की लालसा लग गयी थी। वह स्वप्न देखती थी कि विवाह के समय उसके लिए चन्द्रहार ज़रूर चढ़ेगा।
Explanation:
प्रयाग के छोटे से गाँव के जमींदार के मुख़्तार महाशय दीनदयाल और मानकी की इकलौती पुत्री जालपा को बचपन से ही आभूषणों, विशेषत: चन्द्रहार की लालसा लग गयी थी। वह स्वप्न देखती थी कि विवाह के समय उसके लिए चन्द्रहार ज़रूर चढ़ेगा।
जालपा को गहनों से जितना प्रेम था,उतना कदाचित् संसार की और किसी वस्तु से न था,और उसमें आश्चर्य की कौन-सी बात थी।
जालपा आभूषणों से खेलती थी यही उसके खिलौने थे। वह बिल्लौर का हार जो उसने बिसाती से लिया था। विवाह पर आए आभूषणों में जालपा की निगाह चंद्रहार को ही खोजती है और जब उसे चंद्रहार कहीं नजर नहीं आता, परिणाम स्वरूप उसके कलेजे पर चोट सी लग गई।
रमानाथ ने नक्शा भरकर वह इनाम प्राप्त किया था जिससे घर वालों को मालूम हो गया कि रमानाथ कलकत्ते में हैं. इसी आधार पर जालपा ने रमानाथ की खोज में कलकत्ता आई और प्रजामित्र समाचार पत्र जिसमें शतरंज का नक्शा छपा था, के दफ्तर द्वारा रमानाथ का पता लगाकर देवीदीन के घर पहुँच गई
#SPJ2