Hindi, asked by singhrajeshkumar1014, 2 months ago

पहले त्याग द्वारा आनंद की प्राप्ति होती थी पर अब भोगने के बाद फेक देना , मूल मंत्र हो गया है। इस कथन का आशय अस्पट कीजिए

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Answered by milindkhanna33
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Explanation:

महराजगंज : सफलता का मूल आधार कठिन परिश्रम है। संघर्ष जितना ही कठिन होगा सफलता उतनी ही बड़ी होगी। ये बातें शिवजपत ¨सह जनता इंटर कालेज भिटौली बाजार में हाई स्कूल के विद्यार्थियों के विदाई समारोह में प्रबंधक शरद कुमार ¨सह ने कहीं। उन्होंने कहा कि सफलता का शार्ट कट नहीं होती। कठिन परिश्रम ही सफलता का एकमात्र उपाय है। इसलिए सभी विद्यार्थी अनुशासन में रहते हुए कठिन परिश्रम कर लक्ष्य की प्राप्ति करें। इसी विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने वाले प्रतिभाशाली छात्र बलराम शुक्ल डाक्टर बने और राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित हुए। इस विद्यालय के छात्र रहे सचिन पटेल व राजेश ¨सह ने आगे चलकर बड़ी सफलता हासिल की। यह सफलता आप भी परिश्रम कर प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानाचार्य व्यास मुनि ¨सह ने कहा कि जीवन में सफलता मिलने पर बहुत खुश नहीं होना चाहिए और असफलता मिलने पर दुखी भी नहीं होना चाहिए। असफलता ही सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रधानाचार्य गोपीनाथ पटेल ने की। संचालन छेदी प्रसाद ने किया। इस अवसर पर शिव प्रसन्न ¨सह महाविद्यालय के प्राचार्य डा. एस.एन. पांडेय, कन्या विद्यालय की प्रधानाचार्य शांति ¨सह, अभिभावक शिक्षक संघ के अध्यक्ष तेज बहादुर पांडेय, लालमोहर ¨सह, वीरेंद्र दास, यशवंत ¨सह, शत्रुंजय ¨सह, अभय श्रीवास्तव, उमेश श्रीवास्तव, बैजनाथ तिवारी, शिव कुमार ¨सह, चंद्रहास ¨सह, राम नरायन मिश्रा, बृजेश लाल श्रीवास्तव, राजेश शुक्ल, मनीषा पांडेय ने विचार व्यक्त किया।

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