पख \ इस पृष्ठ
पखकर आपके मन में जो भाव पनपता है उसे लिखकर
4म अनुभवों को साझा कीजिए।
2. ऐसे थे अरमान कि उड़ते
नीले नभ की सीमा पाने
लाल किरण-सी चोंच खोल
चुगते तारक अनार के दाने'
उपरोक्त काव्यांश को पढ़कर अपनी बेहतर समझ के लिए इस कविता के संदर्भ में अपने
शिक्षक या अभिभावक से दो प्रश्न पूछिए। उन प्रश्नों को नीचे लिखिए।
प्रश्न क)
प्रश्न ख)
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kaise ho aap sabhi log aapka swagat hai khud dhund le yaar mere pass nahin hai theek hai dost mere paas bilkul bhi is jawab ka answer nahin hai theek hai main aapko bad mein karne ki koshish karunga
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