Hindi, asked by faras7311, 1 year ago

Pakshi aur Badal ki chtiyon ki tulna internet se karte huye lagbhag 100words ka paragraph likhe.

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Answered by shishir303
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          पक्षी और बादल तथा इंटरनेट — एक तुलनात्मक विवेचन

डबल्यू डबल्यू डबल्यू. (www.) — डबल्यू डबल्यू डबल्यू. (www.) वेब अर्थात इंटरनेट आज के विज्ञान के युग की एक अद्भुत खोज है। आज इंटरनेट संचार का सबसे सशक्त माध्यम है। चंद सेकंड में दुनिया के किसी कोने में अपना संदेश पहुंचा सकते हैं। इंटरनेट ने समय और दूरी के बैरियर को तोड़ा है। पल भर में हमारा अपने प्रियजन या मित्र से संपर्क हो जाता है। ई-मेल (e-mail), एसएमएस (SMS), व्हाट्सएप (whatsapp) के माध्यम से लिखित संदेश भेजना आज चिट्ठी की जगह ले चुका है।

पक्षी व बादल — ‘भगवान के डाकिये’ ‘रामधारी सिंह दिनकर’ द्वारा रचित एक कविता है जिसमें कवि ने पक्षी व बादल को भगवान के डाकिये कहा है। पक्षी व बादल भगवान का संदेश लाते हैं वो देश और सीमा का भेद नही करते। उनके संदेश को आमजन पढ़ और समझ भी नही सकते क्योंकि उनके संदेशों को समझने के लिये जिस भाषा की जरूरत होती वो भाषा केवल नदी, पहाड़ और पेड़-पौधे ही पढ़ सकते हैं। इन संदेशों में ईश्वर की तरफ से प्रेम और सद्भाव का संदेश छुपा होता है।

इन दोनों में तुलना करना करना उचित नही है। इंटरनेट आज के समय की जरूरत और मांग है। इंटरनेट संदेश भेजने का आज का आधुनिक माध्यम हैं जो मानव के तकनीक के क्षेत्र में विकास को दर्शाता है। इंटरनेट वर्तमान समय की खोज है, इसकी अस्तित्व बहुत पुराना नही है।

पक्षी और बादल की चिट्ठियां समय से परे हैं। ये ईश्वर का संदेश हैं और ईश्वर का अस्तित्व तो सर्वकालिक है। ये हर समय में प्रासंगिक हैं क्यों कि इनकी भाषा आम लोगों द्वारा पढ़ी नही जा सकती है। इनकी भाषा मौन और सांकेतिक है। पक्षी और बादल की चिट्ठियां सदियों पूर्व से प्रेषित होती रही हैं और आज भी प्रेषित होती हैं।

Answered by mohamadejaz08
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वर्तमान युग में चारों और इंटरनेट का जाल फैला हुआ है। इंटरनेट के द्वारा हम अपने संवाद बड़े आसानी व सुविधापूर्वक तरीके से किसी को भी भेज सकते हैं। पहले मनुष्य पत्र द्वारा अपने संदेश को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजता था उसमें महीनों का समय लगता था। लेकिन आज के युग में हम कुछ ही समय में इंटरनेट के द्वारा हम अपने संदेश को संसार के किसी भी कोने में भेज सकते हैं। यदि हम इंटरनेट की तुलना पक्षी और बादल की चिट्ठियों से करें तो इतनी पवित्रता और निश्चलता के आगे इंटरनेट छोटा ही सिद्ध होता है। इंटरनेट के द्वारा हम केवल सीमित विचारों व सूचनाओं का आदान-प्रदान कर सकते हैं लेकिन पक्षी और बादल जो‌ संदेश लाते हैं वह सारे समाज के लिए उपयोगी और जरूरी है। पक्षी और बादल सभी को एक समान रुप से प्रेम, एकता और सद्भावना का प्रसार करते हैं। उनके इस स्वार्थ रहित काम को इंटरनेट से ऊपर रखा जा सकता है।

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