Pakshiyon ko pinjre mein band karne se keval unki azadi ka hanan hi nahin hota apitu paryavaran bhi prabhavit hota hai is vishay per aise shabdon per anuchchhed likhiye
Answers
पक्षियों को पिंजरे में बंद करने से केवल उनकी आज़ादी का हनन ही नही होता अपितु पर्यावरण भी प्रभावित होता है, इस विषय पर अनुच्छेद निम्न है -
Explanation:
पक्षियों को पिंजरे में बंद करने से एक ओर जहाँ उनकी आज़ादी छिन जाती है, वहीँ दूसरी ओर पर्यावरण भी बुरी तरह प्रभावित होता है। पक्षी पर्यावरण में संतुलन बनाये रखते हैं। पक्षियों के न रहने पर यह संतुलन बिगड़ने लगता है।
कुछ पक्षी जैसे चील, बाज़, कौआ आदि मरे हुए जानवरों को खा कर वातावरण को स्वच्छ बनाये रखते हैं। पक्षियों के न रहने पर इन मरे हुए जीवों से वातावरण में बदबू फ़ैल जाएगी और उनके शरीर से अवशेष बिखरे नज़र आयेंगे।
अनेक पक्षी, पौधों के परागण में सहायता करते हैं, जिससे फल और अन्य खाद्य अधिक मात्रा में पैदा होते हैं। अनेक प्रकार के पक्षी फलों को हानि पहुंचाने वाले कीट - पतंगों, टिड्डियों तथा चूहों को खा कर किसानों की सहायता करते हैं और अनाज उत्पादन में वृद्धि करते हैं।
पक्षी फलों को खा कर उनके बीजों का प्रकीर्णन करते हैं। इस प्रकार पक्षी पेड़ पौधों के उगने में सहायक हैं। पक्षी अपनी विभिन्न प्रकार की आवाजों से वातावरण को सजीव बनाते हैं।
Explanation:
पक्षियों को पिंजरों में बंद करने से सबसे बड़ी समस्या पर्यावरण में आहार श्रृंखला असंतुलित हो जाएगी। जैसे घास को छोटे कीट खाते हैं तो उन कीटों को पक्षी
thanku ❤️