Hindi, asked by laundiya9377, 8 months ago

paltu Pashu ke bara me anuchad lekhan

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Answered by khushikumari10
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पालतू पशु हम उन्हें कहते हैं जिन्हें हम अपने घर में पाल सकते हैं। जैसे की गाय ,कुत्ता ,बिल्ली ,घोड़ा इत्यादि । यह खतरनाक नहीं होते। यह जानवर आज्ञाकारी होते हैं। हमेशा अपने मालिक की बात समझते व सुनते हैं। इन्हें रखने के भी कई लाभ होते हैं। कुत्ता एक पालतू पशु है जो घर की रखवाली करता है। हम इन पालतू पशुओं में कई पक्षी भी जोड़ सकते हैं। कई लोग अपने घरों में कबूतर, तोता आदि भी पालते हैं। ऐसे कितने ही लोग हैं जिन्हें पालतू पशुओं का शौक है। तथा वह इन्हें पाना चाहते हैं। हमें हमेशा पालतू पशुओं से स्नेह रखना चाहिए। इन्हें नुकसान पहुंचाने की चेष्टा नहीं करनी चाहिए।

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Answered by pramoda63
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Answer:

मानव समुदाय अनेक प्रकार के पशु-पक्षियों को आवश्यकता और शौक के लिए पालता है। मेरे परिवार में एक कुत्ते को पाला गया है। यह मेरा पालतू पशु है।

मेरे कुत्ते का नाम शेरू है । यह सजग होकर घर की पहरेदारी करता रहता है । यह परिचित व्यक्तियों को देखकर दुम हिलाता है और अजनबियों को देखकर गुर्राता एवं भौंकता है । जरा-सी आहट पाकर यह चौकन्ना हो जाता है । शेरू घर गिन और छत पर चहलकदमी करता रहता है । यह बँधा रहना पसंद नहीं करता, हर समय स्वच्छंद होकर घूमना चाहता है । परंतु जब घर का कोई सदस्य इसे लेकर बाहर जाता है तो इसके गले में जंजीर डाल दी जाती है ।

शेरू भूरे रंग का है । यह ऊँचे कद का तथा अच्छी नस्ल का कुत्ता है । इसकी दुम कटी हुई है । यह दिखने में आकर्षक लगता है । इसमें गजब की फुर्ती और शक्ति है । इसकी हरकतें मनभावन हैं । यह डबलरोटी, घर की रोटी, दूध, मांस, अंडा, चावल आदि खाता है । मेरे घर में इसके खाने-पीने और रहने का उचित ध्यान रखा जाता है । इसे समय पर रेबीज का टीका दिया गया है ताकि यह स्वस्थ रहे और दूसरों को छूत की बीमारी न फैला सके । यह जब कभी बीमार पड़ता है तो पिताजी इसे पशु चिकित्सक के पास ले जाते हैं । बीमारी की स्थिति में यह उदास-सा हो जाता है । इससे घर में भी उदासी छा जाती है । परंतु इसके स्वस्थ होते ही घर की रौनक लौट आती है ।

शेरू बहुत होशियार है । यह हमारे संकेतों और इशारों को भली- भांति समझता है और तदनुरूप आचरण करता है । इसकी स्वामिभक्ति के सभी कायल हैं । किस समय खुश होना है, किस समय अपनी भक्ति प्रदर्शित करनी है, कब शांत होकर बैठ जाना है, इसका इसे पूरा ज्ञान है । यह हमारे परिवार के एक सदस्य की तरह है । जब यह छोटा-सा था, उसी समय पिताजी इसे खरीदकर घर लाए थे । अब यह काफी बड़ा हो गया है । यह हृष्ट-पुष्ट और तंदुरुस्त है ।

मैं अपने पालतू कुत्ते के साथ सायंकाल घूमने जाता हूँ । मैं इसे लेकर गलियों, मोहल्लों व पार्कों में जाता हूँ । उस समय यह बहुत प्रसन्न दिखाई देता है । यह उछलता है, कूदता है और रास्ते में पड़ी चीजों को सूँघता है । उसके इन क्रियाकलापों के माध्यम से मेरा भी अच्छा-खासा व्यायाम और मनोरंजन हो जाता है । पिताजी इसे साथ लेकर प्रात काल सैर पर जाते हैं । उस समय माँ भी उनके साथ होती है । इस तरह शेरू पूरे परिवार के लिए सैर का एक बहाना बन गया है ।

शेरू सफाई पसंद पशु है । इसे नहाना और साफ-सुथरा रहना पसंद है । यह मल-मूत्र आदि का त्याग करने घर के पिछवाड़े में चला जाता है । घर में कभी भी गंदगी नहीं फैलाता । शेरू मेरा मित्र है । सुख – दु: ख में यह परिवार का भागीदार है । इसके रहते चोर-उचक्के मेरे घर में घुसने का साहस नहीं करते । दिन-रात यह घर की हिफाजत करता रहता है ।

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