पमान वृद्धि
59 निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
स्वार्थ और परमार्थ मानव की प्रवृत्तियाँ है। हम अधिकतर कार्य स्वयं के लिए करते हैं पर के लिए सर्वस्व
बलिदान करना ही सच्ची मानवता है) यही धर्म है, यही पुण्य है। इसे ही परोपकार कहते है। प्रकृति हमें
निरन्तर परोपकार का संदेश देती है। नदी दूसरों के लिए बहती है। वृक्ष मनुष्य को छाया तथा फल देने के
लिए धूप, आंधी, वर्षा और तूफानों में अपना सब कुछ बलिदान कर देते है।
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I do not know hindi
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