Hindi, asked by hadiyakhan17502, 1 month ago

पना निशलिखित पडित परिद पहकर कृतियाँ सुतझाओ
8
गाडीले हम चल पडे । क्या शान की सवारी थी। शाद कर बदन झरझरी आने लगी है । जिसके यहाँ खाना
था, वहां पहुंचा। बातचीत में समय का ध्यान नहीं रहा । देर हो गई।
याद आया बाबू जी आ गए होंगे।
वापस घर जा फाटक से पहले ही गाडी रोक दी। उतरकर गेट तक आया । संतरी को हिदायत दी। यह
सैलूट-वैल्ट नही, बस धीरे से गेट खोल दो। वह आवाज करे तो उसे बंद मत करो खुला छोड़ दो।
बाबू जी का उर। वह खट-पट सेलूर मारेगा तो आवाज होगी और फिर गेट की आवाज से बाबू जी को हम
लोगो के लौटने का अंदाजा हो जाएगा। वे बेकार में पूछताछ करेंगे । अभी बात ताजा है । सुबह तक बात में
पानी पड़ चुका होगा । संतरी से जैसा कहा गया, उसने किया । दबे पैर पीछे किचन के दरवाजे से अंदर
घुसा । जाते ही अम्मा मिली।
पूछा - "बाबू जी आ गए? कुछ पूछा तो नहीं ?"
बोली- "हाँ, आ गए । पूजा था। मैंने बता दिया।"
आगे कुछ कहने की हिम्मत नहीं पड़ी, यह जानने-सुनने की कि बाबू जी ने क्या कहा फिर हिदायत दी-
सुबह किसी को कमरे में मत भेजिएगा।
2.
1) कृति में लिखिए
सुनिल शास्त्री जी ने अम्मा से
यह दो सवाल पूछे :-​

Answers

Answered by renumittal2
1

ठरभथभथठदबदभर डदभथभरभर थठक्षबक्षभ।

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