पञ्चभिः वाक्यैः विदुरायाः चरित्रम् वर्णयत
Answers
पञ्चभिः वाक्यैः विदुरायाः चरित्रम् वर्णयत्...
क्षात्र धर्मरता धन्या विदुरा।
दीर्घदर्शिनी धन्या विदुरा।
विश्रुता राजसंसत्सु श्रुतवाक्यः धन्या विदुरा
बहुश्रुता धन्या विदुरा।
विदुरा धन्या नाम वै सत्या ।
भावार्थ :
क्षत्रिय धर्म में लगी रहने वाली विदुरा धन्य है। जो दूर का सोचती है वो विदुरा धन्य है। राजसभाओं में प्रसिद्ध विदुरा धन्य है। विद्वानों की बात सुनने वाली विदुरा धन्य है। विद्वान स्त्री विदुरा धन्य है। सत्य का पालन करने वाली विदुरा नाम की स्त्री धन्य है।
≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡
संस्कृत (शास्वती) ♦ कक्षा - 11 ♦ चतुर्थ पाठः (पाठ - 4)
।। मानों हि महतां धनम्” ।।
═══════════════════════════════════════════
इस पाठ से संबंधित कुछ अन्य प्रश्न...
अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तरं संस्कृतेन देयम्
(क) मानो हि महतां धनम् इत्ययं पाठः कस्माद् ग्रन्थात् संकलितः?
(ख) विदुरा कुत्र विश्रुता आसीत्?
(ग) विदुरायाः पुत्रः केन पराजितः अभवत्?
(घ) कः स्त्री पुमान् वा न भवति?
(ङ) कः अमात्यानां हर्ष न आदधाति?
(च) अपुत्रया मात्रा किम् आभरणकृत्यं न भवति?
(छ) कस्य जीवितम् अर्थवत् भवति?
https://brainly.in/question/15098381
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○