परोपकयर - कैसय महत्त्वपूर्ण धमण है। प्रयखर्पयत्र के िीवि कय तो ्ह िक्ष्् होिय चयठहए। ्ठद ववचयरपूवकण देखय ियए तो ज्ञयत होगय कक प्रकृनत के सयरे कय्ण परोपकयर के लिए ही हैंिठद्याँस्व्ं अपिय पयिी िहीं पीतीं। पेड़ स्व्ं अपिे फि िहीं खयते। गुियब कय फूि अपिे लिए सुगन्ध िहीं रखतय। वे सब दसू रों के ठहतयर्ण हैं। महयत्मय गयंधी और अन्् महयत्मयओं कय मत है कक परोपकयर ही करिय चयठहए, ककंतु परोपकयर निष्कयम हो। ्ठद परोपकयर ककसी प्रत््ुपकयर की आशय से कक्य ियतय है, तो उसकय महत्त्व क्षीर् हो ियतय है। भयरत कय प्रयचीि इनतहयस द्य और परोपकयर के उदयहरर्ों से भरय है। रयिय लशवव िे कपोि की रक्षय के लिए अपिे प्रयर् देिे तक कय संकल्प कर लि्य र्य। परोपकयर कय इससे ज्विंत उदयहरर् और कौि-सय लमि सकतय है? चयहे िो हो, परोपकयर आदशण गुर् है। हम़ें परोपकयरी बििय चयठहए।
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correct answer is Hindi
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