Hindi, asked by manishkumar49, 10 months ago

परिश्रम का महत्व सूक्तिया​

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Answered by himanshushekhar2
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परिश्रम मानव जीवन का वह हथियार है जिसके बल पर भारी से भारी संकटों पर भी जीत हासिल की जा सकती है । परिश्रम वह गुण है जिसे अपना लेने पर व्यक्ति के दु:ख मिट जाते हैं । परिश्रम सफलता का मूल मंत्र है । यह कभी भी बेकार नहीं जाता । संसार परिश्रमी व्यक्तियों का लोहा मानता है । परिश्रमी लोगों ने संसार में बड़े-बड़े कारनामे कर दिखाए हैं । वे बाधाओं से लड़ते हुए अपने जीवन-लक्ष्य की प्राप्ति कर ही लेते हैं । किसान और मजदूर अनथक श्रम करते हुए संसार को भोजन , वस्त्र और आवास प्रदान करते हैं । व्यापारियों और पूंजीपतियों के श्रम से दश में रोजगार के नए-नए अवसर प्राप्त होते हैं । जिन लोगों ने परिश्रम को पूजा माना है संसार ने उनकी पूजा की है । जीवन की दौड़ में श्रम करनेवाला विजयी होता है लेकिन आलसी लोगों को हार का मुँह देखना पड़ता है । इसलिए हमें परिश्रमशील और कर्मठ बनना चाहिए । परिश्रम से भाग्य को भी बदला जा सकता है ।

Answered by itztalentedprincess
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परिश्रम कहानी:

परिश्रम जीवन में बहुत ही जरूरी है बिना परीक्षण के आपको कुछ भी नहीं मिलेगा परिश्रम करेंगे तभी आपको मिलेगा कुछ और यह बहुत ही जरूरी है स्वास्थ्य के लिए भी लेकिन कुछ लोग सिर्फ किस्मत और भाग्य पर निर्भर रहते हैं और सोचते हैं कि जो भाग्य में लिखा है वही मिलेगा लेकिन यह गलत है अगर आप मेहनत करेंगे तो आप अपना भाग्य भी बदल सकते भाग में लिखा हुआ बदल सकते हैं I

उदाहरण की एक कहानी:

एक गांव में एक गरीब परिवार रहता था जिसमें पति-पत्नी और एक बच्चा रहता था, उस बच्चे का नाम गोलू था I वह 1 दिन परेशान होकर अपने पिता से पूछा कि पिताजी हम लोग इतने गरीब क्यों है तो पिताजी बोलता है सब भाग्य में लिखा था तो फिर वह अपनी मां से पूछा मां के भाग्य का होता है तो उसकी मां गुस्सा में बोलती है मुझे क्या पता I सोनी रासो के अगले दिन एक मंदिर में गया और एक पंडित से मिला तो वह पंडित बोला कि तुम अगले हफ्ते अपने पिता के साथ मेरे पास आना तो वह अगले हफ्ते अपने पिता की रात मंदिर पहुंचा और पंडित ने उसके पिता के बोला कि यह बच्चा का भाग्य बहुत अच्छा है बस थोड़ी सी परीक्षण कर लो तो भाग्य चमक जाएगा तुम्हारा सब के पिताजी बोले क्या करना पड़ेगा मुझे पंडित जी पंडित जी बोले कि तुम रोजा के कुएं के पास खेती करो और देखना तुम्हारा भाग्य चमक जाएगा तो जैसा पंडित ने कहा खेती करने वह रोज पर खेती करता हर एक दिन की खेती करते करते एक घड़ा मिला सोने से भरा घर आकर बोला कि मुझे देखो क्या मेरा और वह पंडित जी हमें भाग्य के भरोसे नहीं बैठना चाहिए अगर कोई परिश्रम करेंगे तुम्हारा भाग्य बदल सकता है और बोला कि साधारण नहीं है यह जादुई घड़ा है इसमें सोना खत्म भी हो जाएगा तो अपने आप फिर से आ जाएगा कभी खत्म नहीं होगा यह सोना I और ऐसे ही समझाते हो पंडित जी ने समझाया कि कभी भी भाग्य के भरोसे नहीं बैठो अगर आप परिश्रम करते हो तो भाग्य बदल सकते हो I

हमें इस कहानी से क्या शिक्षा मिलती है:

हमें कहानी चाहिए शिक्षा मिलती है कि अगर आप परिश्रम करते हो तो आप जीवन में कुछ भी हासिल कर सकते हो आपके लिए कुछ भी मुश्किल नहीं है बस आप थोड़ी मेहनत करो थोड़ी परिश्रम कर लो आप देखना आपका भाग्य चमक जाएगा I

जैसे भारत के सैनिक करते हैं भारत के सैनिक अपने भारत को बचाने के लिए अपनी जान से खेलते हैं I और 14 फरवरी को बहुत से सैनिक अपनी जान दे दिए थे भारत के लिए इसलिए भारत में 14 फरवरी को "Black day" के नाम से जाना जाता है और सैनिकों को याद किया जाता है जो अपनी जान कुर्बान लगा देते हैं सिर्फ भारत के लिए I हमें भी कुछ परिश्रम करनी चाहिए उन सैनिकों के तरह वह सैनिक को हमारे लिए जान देते हैं तो हम थोड़ी सी मेहनत क्यों नहीं कर सकते हैं I

जय हिंद जय भारत

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