परिश्रम सफलता का मूल मंत्र है विषय पर अध्यापिका व छात्र के बीच संवाद लिखिए
Answer me fast I will mark you as brainliest
Answers
Answer:
संवाद सहयोगी, रानीखेत : किसी भी शिक्षण संस्थान का गौरव वहां के विद्यार्थियों की सफलता पर निर्भर करता है। कठिन परिश्रम सफलता की कुंजी होती है। छात्र संघ को महाविद्यालय व विद्यार्थियों के प्रति अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करना चाहिए। यह बात छात्र संघ समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि नेता प्रतिपक्ष व विधायक करन माहरा ने कही।
स्व. जय दत्त वैला राजकीय स्नाकोत्तर महाविद्यालय में गुरुवार को छात्रसंघ सम्मान समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि करन माहरा, विशिष्ट अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष कल्पना देवी, पूर्व प्रमुख धन सिंह रावत व प्राचार्य डॉ. पीके पाठक ने संयुक्त रूप से मा सरस्वती के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर किया। विधायक करन ने कहा कि विद्यार्थी खासतौर पर पदाधिकारियों का आचरण पूरे समाज को प्रभावित करता है। कहा कि छात्रों की सफलता पर ही विद्यालय का गौरव निर्भर करता है। उन्होंने विद्यार्थियों से कड़ी मेहनत व लक्ष्य तय कर परिश्रम करने का आह्वान किया। साथ ही छात्र हित में बाहरी लोगों के हस्तक्षेप को नुकसानदायक बताया। उन्होंने महाविद्यालय के खेल मैदान के सुधारीकरण को विधायक निधि से छह लाख रुपये देने की घोषणा भी की। नगरपालिका अध्यक्ष कल्पना ने पदाधिकारियों से छात्र हित में कार्य करने का आह्वान किया। पूर्व प्रमुख धन सिंह रावत ने कहा युवा देश का भविष्य हैं और इनके आचरण पर समाज, राज्य व राष्ट्र की तरक्की निर्भर करती है। प्राचार्य डॉ. पीके पाठक ने शैक्षणिक माहौल को बेहतर बनाने के लिए छात्र संघ व शिक्षकों से आपसी तालमेल से कार्य करने की बात कही। छात्रसंघ अध्यक्ष नवनीत उपाध्याय ने विद्यार्थियों का आभार जताते हुए महाविद्यालय की समस्याओं को रखा।
Hope this helps u
Answer:
you can find it on Google